
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बेरोज़गारी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में बेरोज़गारी दर 10 प्रतिशत के पार चली गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं को केवल “जुमलों” के सहारे छोड़ दिया है, जबकि ज़मीनी स्तर पर रोजगार की स्थिति बेहद चिंताजनक है।
खरगे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन 10 साल बीत जाने के बाद भी करोड़ों युवा बेरोज़गारी की मार झेल रहे हैं। सरकारी भर्तियों में देरी, निजी क्षेत्र में गिरते अवसर और लघु उद्योगों के बंद होने से युवाओं के सामने अंधकारमय भविष्य खड़ा है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार सिर्फ़ आंकड़ों की बाजीगरी कर रही है, जबकि हकीकत यह है कि पढ़े-लिखे युवा सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। “रेलवे, रक्षा, SSC, UPSC जैसी परीक्षाओं में लगातार देरी हो रही है। कई भर्ती परीक्षाएं या तो रद्द हो रही हैं या फिर घोटालों की भेंट चढ़ रही हैं,” उन्होंने कहा।
खरगे ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस सत्ता में आई तो देश में रोजगार सृजन को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने पार्टी के चुनावी वादों में ‘रोजगार का अधिकार’ (Right to Employment) की बात को दोहराया और कहा कि कांग्रेस योजनाबद्ध ढंग से युवाओं को नौकरी और कौशल विकास के अवसर देगी।
इस राजनीतिक बयानबाज़ी के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में बेरोज़गारी को लेकर युवाओं में गहरी नाराज़गी देखी जा रही है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है, जबकि सरकार का दावा है कि उन्होंने स्वरोजगार और स्टार्टअप्स के ज़रिए लाखों लोगों को अवसर प्रदान किए हैं।