
दुबई ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए खुद को पूर्वी गोलार्ध का पहला ‘सर्टिफाइड ऑटिज्म डेस्टिनेशन™’ घोषित किया है। यह मान्यता अंतरराष्ट्रीय बोर्ड ऑफ क्रेडेंशियलिंग एंड कंटीन्यूइंग एजुकेशन स्टैंडर्ड्स (IBCCES) द्वारा प्रदान की गई है, जो ऑटिज्म और सेंसरी आवश्यकताओं के लिए प्रशिक्षण और मानकीकरण में अग्रणी है। यह उपलब्धि दुबई की पर्यटन को सबके लिए सुलभ और समावेशी बनाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इस पहल का नेतृत्व दुबई डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमी एंड टूरिज्म (DET) ने किया। दो सालों के भीतर, शहर ने उल्लेखनीय प्रगति की है – 70,000 से अधिक लोगों को ऑटिज्म जागरूकता और सेंसरी ट्रेनिंग दी गई है, 300 से अधिक होटल इस प्रक्रिया में शामिल हुए हैं, और 15 से अधिक प्रमुख पर्यटक स्थलों को IBCCES द्वारा प्रमाणित किया गया है।

दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (DXB) भी 2023 में यह मान्यता प्राप्त करने वाला पहला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन चुका है, जहां 45,000 कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही, एमिरेट्स एयरलाइन दुनिया की पहली एयरलाइन बनी है जिसे Certified Autism Center™ का दर्जा मिला है। एयरलाइन ने अब तक 30,000 से अधिक स्टाफ को प्रशिक्षण दिया है ताकि ऑटिज्म से प्रभावित यात्रियों की बेहतर सहायता की जा सके।
‘दुबई वे’ नामक एक ऑनलाइन प्रशिक्षण प्लेटफॉर्म के ज़रिए DET ने टूरिज्म स्टाफ को विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्तियों के साथ बेहतर संवाद और सेवा देने की कला सिखाई है।
दुबई के प्रमुख आकर्षण जैसे एक्सपो सिटी दुबई, मोटियनगेट दुबई और द ग्रीन प्लेनेट भी इस मुहिम में शामिल होकर ऑटिज्म-अनुकूल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
यह समावेशिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे दुबई अब न केवल एक वैश्विक पर्यटन स्थल है, बल्कि विशेष आवश्यकताओं वाले पर्यटकों के लिए भी एक स्वागतयोग्य और सुलभ गंतव्य बन गया है।
यह पहल ‘UAE Year of Community’ के मूल्यों के अनुरूप है, जो सहभागिता और सामाजिक समावेश को बढ़ावा देती है।