
कान, 2025 — मशहूर अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने इस साल के कान फिल्म फेस्टिवल में अपनी मौजूदगी से न केवल ग्लैमर का जलवा बिखेरा, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी एक नए अंदाज में सम्मानित किया। रेड कार्पेट पर सफेद बनारसी साड़ी, सिंदूर और पारंपरिक चूड़ियों में सजी ऐश्वर्या ने भारतीय परंपरा की खूबसूरती को अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के सामने पेश किया।
उनका यह लुक भारतीयता के प्रति उनके गहरे लगाव और गर्व का प्रतीक रहा। साथ ही, उन्होंने एक खास केप भी पहना जिसपर भगवद गीता का प्रसिद्ध श्लोक “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” कढ़ाई की गई थी। इस श्लोक ने उनके आध्यात्मिक दृष्टिकोण और कर्म के महत्व को दर्शाया, जो भारतीय दर्शन का मूल तत्व है।
ऐश्वर्या की यह प्रस्तुति न सिर्फ भारतीय सिनेमा का सम्मान बढ़ाने वाली थी, बल्कि इसने विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की छवि को भी मजबूती दी। उनका स्टाइल और संदेश दोनों ही गहरे अर्थ रखते हैं, जो दर्शकों के दिलों को छू गए।
कान फिल्म फेस्टिवल में ऐश्वर्या का यह कदम भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत को पहचान दिलाने और उसे विश्व मंच पर गर्व से प्रस्तुत करने का एक अहम प्रयास माना जा रहा है।